Sunday 9 September 2018

हर समस्या का समाधान है – Every Lock has a key. Safalta Aapki

























हर समस्या का समाधान है – Every Lock has a key

एक समय की बात है एक व्यक्ति के पास एक गधा ( Donkey )था| एक दिन वह गधा Donkey गड्ढे में गिर गया जब बहुत कोशिश करने के बाद भी वह गधा गढ्ढे से बाहर नहीं निकल पाया ,तो उस व्यक्ति ने Decide किया की, इस गधे को यही दफना दिया जाए | और ऐसा सोचकर उस व्यक्ति ने उस गधे के ऊपर मिटटी डालनी शुरू कर दी कुछ देर तो गधा शांत बैठा रहा पर जैसे ही उसके ऊपर ज़्यदा बोझ  होने लगा तो उसने  मिटटी अपने  ऊपर से झाड़ दी , मिटटी के नीचे  आने पर गधा मिटटी के ऊपर चढ़ गया | ऐसा कुछ समय करते करते गधा गढ्डे के  ऊपर आ गया और फिर गढ्डे से बहार निकल गया |
दोस्तों हमारे पास भी उस गधे की तरह २ choice होती है
1 – या तो हम  problem  रूपी मिटटी के नीचे दब जाए mean कोई भी problem आने पर उसी के बारे में सोचते रहे और परेशां होते रहे|
2 – या उस Problem रूपी मिटटी को सीडी बनाकर ऊपर की तरफ बढे

दोस्तों ज़िंदगी में कुछ न कुछ तो होता ही रहता है हमें चाहिए की हर प्रॉब्लम से सीखे और ज़िंदगी को खुशनुमा बनाए| problem तो हर किसी के जीवन में आती हैं पर हमारी सफलता और असफलता इसी बात पर depend करती है की उस प्रॉब्लम को हम deal कैसे करते हैं |क्या Abraham Lincoln , Mahatma Gandhi, Abdul Klam , Narendra Modi अदि इनकी life में Problem  नहीं आई ,महान लोगो की Success इसी बात पर निर्भर करती है की वो Problem  का solution कैसे ढूंढते हैं | Success Secrete  ही यही है की हर Problem  का Solution ढूंढे . न की Problem में ही उलझ कर रह जाये .

Do what you like to do – वह करो जो आप करना चाहते हो Safalta Aapki























Do what you like to do – वह करो जो आप करना चाहते हो

आज राजेश और पल्लवी  के घर ख़ुशी का माहौल था और हो भी क्यों नहीं आज 5 साल बाद उनके घर बेटे का जन्म जो हुआ है | दोनों उसका नाम सोचने में लग गए और finally उसका नाम रखा गया लक्ष्य | राजेश और पल्लवी अपनी संतान के बारे में कई सपने भी देख रखे हैं वो  दोनों ने पहले से ही सोच रखा है वो अपने बेटे को Doctor  बनाएंगे |
जैसे ही लक्ष्य 4 साल का हुआ उसका admission शहर के अच्छे School  में करा दिया गया | लक्ष्य बचपन से ही बहुत ही अच्छी Painting बनाता | किसी को यकीन ही नहीं होता की ये पेंटिंग 4 साल के बच्चे ने बनायीं है |
लक्ष्य पढ़ने में भी बहुत अच्छा था | हमेशा Class में 1st आता | क्लास 11 में उसे subjects select करने थे | न चाहते हुए भी उसे biology लेनी पढ़ी . क्यों की उसके parents चाहते थे की वह doctor बने , पर वह एक painter बनना चाहता था . लक्ष्य ने अपने पेरेंट्स से बात भी , की वह doctor नहीं बनना चाहता | पर   उसके पेरेंट्स ने साफ साफ कह दिया वो उसे पेंटिंग में अपना Future खराब नहीं करने देंगे | मज़बूरी मे लक्ष्य को अपने पेरेंट्स की बात मन्नी पढ़ी | लक्ष्य का पढ़ाई में प्रदर्शन  पहले से कुछ खराब हो गया .  क्लास 12 करने के बाद लक्ष्य को Medical College में Admission लेना पढ़ा | और पढ़ाई पूरी करके लक्ष्य ने अपना Clinic भी खोल लिया | कुछ समय बाद लक्ष्य की शादी भी हो गयी और एक बेटी भी | पर उसके मन कही न कही अपना मुख्य लक्ष्य पेंटिंग करना सिर्फ सपना बन गया | पर अब लक्ष्य के जीवन का लक्ष्य था | जो काम वो नहीं कर सका वो उसकी बेटी करे | और लक्ष्य अपनी बेटी को एक Painter बनाना चाहता था , यह जाने बिना की उसकी बेटी क्या बनना चाहती है |

दोस्तों हम इस तरह की पहले भी कई बात सुन और पढ़ चुके होंगे | कई Movie भी देखि होंगी जैसे 3 Idiots , Taare zameen par | पर  जब असलियत में अपने बच्चों पर apply करने  की बात आती है , हम अपने बच्चों को दूसरों सेcompaire करने लगते है या सोचने लगते है जो काम हमने नहीं किया वो बच्चे करें | या समाज क्या कहेगा आदि आदि | अभी ज़रूरत है अपने बच्चों को पूरी समझ देने की और उन्हें उनके पसंद का career select करने की आज़ादी देनी की |

अगर हम जीवन में सफल होना चाहते है (सफल होना मतलब खुश रहना संतुष्ट रहना , जीवन का पूरा आनंद लेना न की सिर्फ पैसे कामना ) तो वही करे जो हमें पसंद हो . आपने कई लोगो के बारे में सुना होगा जिनका लोगो ने पहले बहुत मज़ाक उड़ाया. पर आज सब उन्ही की तरह बनना चाहते है . जैसे सचिन तेंदुलकर , लता मंगेशकर , संदीप माहेश्वरी , आदि आदि अगर उनके पेरेंट्स भी उन्हें किसी और फील्ड में जाने के लिए वाद्य करते तो उनका क्या होता आप खुद ही सोच सकते है .

बाज की उड़ान Safalta Aapki

बाज की उड़ान

एक बार की बात है कि एक बाज का अंडा मुर्गी के अण्डों के बीच आ गया. कुछ दिनों  बाद उन अण्डों में से चूजे निकले, बाज का बच्चा भी उनमे से एक था.वो उन्ही के बीच बड़ा होने लगा. वो वही करता जो बाकी चूजे करते, मिटटी में इधर-उधर खेलता, दाना चुगता और दिन भर उन्हीकी तरह चूँ-चूँ करता. बाकी चूजों की तरह वो भी बस थोडा सा ही ऊपर उड़ पाता , और पंख फड़-फडाते हुए नीचे आ जाता . फिर एक दिन उसने एक बाज को खुले आकाश में उड़ते हुए देखा, बाज बड़े शान से बेधड़क उड़ रहा था. तब उसने बाकी चूजों से पूछा, कि-” इतनी उचाई पर उड़ने वाला वो शानदार पक्षी कौन है?”


तब चूजों ने कहा-” अरे वो बाज है, पक्षियों का राजा, वो बहुत ही ताकतवर और विशाल है , लेकिन तुम उसकी तरह नहीं उड़ सकते क्योंकि तुम तो एक चूजे हो!”

बाज के बच्चे ने इसे सच मान लिया और कभी वैसा बनने की कोशिश नहीं की. वो ज़िन्दगी भर चूजों की तरह रहा, और एक दिन बिना अपनी असली ताकत पहचाने ही मर गया.

 दोस्तों , हममें से बहुत से लोग  उस बाज की तरह ही अपना असली potential जाने बिना एक second-class ज़िन्दगी जीते रहते हैं, हमारे आस-पास की mediocrity हमें भी mediocre बना देती है.हम में ये भूल जाते हैं कि हम आपार संभावनाओं से पूर्ण एक प्राणी हैं. हमारे लिए इस जग में कुछ भी असंभव नहीं है,पर फिर भी बस एक औसत जीवन जी के हम इतने बड़े मौके को गँवा देते हैं.

आप चूजों  की तरह मत बनिए , अपने आप पर ,अपनी काबिलियत पर भरोसा कीजिए. आप चाहे जहाँ हों, जिस परिवेश में हों, अपनी क्षमताओं को पहचानिए और आकाश की ऊँचाइयों पर उड़ कर  दिखाइए  क्योंकि यही आपकी वास्तविकता है.
Safalta Aapki

Safalta Aapki

Safalta Aapki

Safalta Aapki

Safalta Aapki

Safalta Aapki

Safalta Aapki

Safalta Aapki

Safalta Aapki

Safalta Aapki

Safalta Aapki

Safalta Aapki

Safalta Aapki

Safalta Aapki

Safalta Aapki

स्टार्टअप क्या है कम पूंजी से शुरू होने वाले बिज़नेस || What is a startup, a business starting with low capital

स्टार्टअप क्या है स्टार्टअप का मतलब एक नई कंपनी से होता है।आमतौर पर उसको शुरू करने वाला व्यक्ति उसमें निवेश करने के साथ साथ कंपनी का संचालन ...